0001田中2017/10/29(日) 01:08:52.33ID:i1YakpiE
個人輸入できる薬でトリップできるもの教えてくれ
0002優しい名無しさん2017/10/29(日) 04:41:40.76ID:rZNg7hY5
わざわざ個人輸入しなくても市販薬の金パブとかブロンとかでいいんでない?
それか大体の市販薬に既に耐性ついてるとかそういう事情?
---____------_----_-_--__---___---__-_--___--_--_____----__-_-____-______
_-_----_-_-_-_--___-_-__--_--___--___--_-_-_--___--_-_-___--_--_-__-_-_-_
_-_-__-_--_---_--__--___--___--_---_---------_____-_--____-____-_-____--_
--_---__-__-_-_-_----__----__-_____-__--_-______--___--_--____--_-_---_--
---_-_-__----__-_______----__-_____-__---_--___-_-___-__-_-----_-__---_--
____-_---_-__-----_-_____--_--__-__--_--_-____-_-_-__---_-___-_---_-_-_--
__--_-_-_--__--__-__---__-___--______--___-_--_-_-__--_---_--_-_--_-_--_-
____------_---_-_-___-__-_--------_--_---___--_________--__----_______--_
__--_-_-__-__---_-_-_____-__---_-__-___-_-----_-___--_-_-_---__-___--_---
--_-___--------__-__-_----__-___-___---_-_-__--_-__---____-_-__--_____--_
___---_--_-___---_---_____------____--__-__-___--_-_---__-_-_-_-_---_-___
-_--___--_____-__-_-_--__-_______-____---_------_--__-___--_---_-_----_--
_--_-__-____--___-_---__---_-_--_-_--_---_------_--_-_-___-______--_-____
__-_-_-_-__-_-_-___-_-_---_______-___--___-----__-_-_---_-_----_-___-----
__----_--__----__--__---___--__---______-__-__-__---_--__--___----__-_-__
__--___-_--_-__--__----__--____------__-_-__--_-__----__-___--___----____
__--__-_--__-_--_-__-___----_-_-___----__-----_--__--_-__---_-___-___-___
_-_-_-_-_----___-_----_-_-___-_-____--__--__---__-_-_-__-__-_-----_--____
--____--__-___-__-----_-__--_-_---___-_---_-_--___---_--___-__-_-_-_--___
_---__-________-_---__--_-_--_--_-_-___-_-_____--_---__-__---__----_---_-
---_-_____________---_____-____-_-_-_--__--_---__--_----__--_----_----_--
_-_----_--__-____-_-___----__---____-_--__--_-_--__---__-_-_-_--_--_-____
_-_----_____--_--_-------_-__--__-__-_-_---_-__-__-_-____-__-_--___--_-__
_------_--_--__--___---__---_____-_-_--___-__-_---_-__-___-_-_--_____---_
_--__-----___-_______--_--__--_-__-___--____--_----_--_---_--___---_-__-_
-_-_-__-___--__--_--_---__----__-----_____--__-___-__--_-_-_----____-_-__
_-----_-_---__--_--__-__--_---_-____-__-_--__---___-___-_--_-_-_--____-__
_--_-----_-___-_-_____--_--_--_--___--___---____--_-----___-_--_-__-___-_
__-_-_-_----_-_-_-______--__-__---__-___-___---_-----_-__-_-----__-____--
-____-__-_-__----_-___-_--__--___--___-_---_-_----_--___----_--_-_--_____
-__-----_------___---__-__---____---___-__-__-_---_-__--__-__-_-______--_
-___--__--______-_--__------__--__-----_____---____--__-_---____---___---
--_-__--__---___--_---____-_-_--_-__---____-----_-_-----__-_____-__-___-_
-_-_------_-_-__-_-_-_---__--_--____---__-_-_--______--_---_-_-_____--___
--_____-_---____-_--__-_-__-----___-_-___-__--__---------_-__-_-___--_-__
_----___--_-_--_________-__-_-_--____---_-_-_--_----___--__---__-_---__--
_---_-__---___-___-_----__-___---_-_-_--_-_---__--___-_---___--_--____-__
_--________--___----_-__-_-__-_-_---____-----__-____-----_--_--_--____---
--_-__--__--__-___-_---____--__-_-_-__-_______----_____-_----__--------_-
_--_-_-_--_--_-_--_-_-___-___-_---___-___--___-__----__-__-_-_-----__-__-
-_-----____-_-_--_-__-----_-__-_-___---_-----_-__-__-_-_-___-__--____-___
_----___--______-_----__--___----_--__-__--_--_-__-_-__---____-____-_----
-_--_---_-_-__-_---____---_-_--__-__--__-_--___--_____-_--_-_---__--___-_
__-___-----_-__-------_____-_-_------__---_________-_-__-__----_--____-_-
__--__--_-___--_-______-----__------_--_-__-_-_____-___-------_-_____---_
_-_--__-_-_-____-__--_-_-_-_-_-_-_--__----_--_-----_-__--_-_-__-_-_____-_
--___-_-__--_----_____-__--___-__--__--__-_---__--___-_-_-_--__-----__-_-
_--_--_-----__--_-__---_______-_----_-___---_--____-__-__-----____---____
__---------_---__----_--___-__----__-_--___-____-__-___--___--___--__-___
_---_--_---_-___-_-__--__---_____-___--_-__--_--__---___-__--_---_-_--___
_-_-___----_-__-_______----_____-_-_--_-__--_--_-_--___--___-__-----_----
--_---__-_-_--__-__--___-_--__-_--_-_-_---_-__-_---_-____-_-___--_--_-___
--____-----__-_--__---_____-__-__--______----__--__-_--__---__--_-_---__-
--_---_____-__-___-__-_--_---___----__---_-__-___-__-_-___-----_-_-__-_--
___-__----__-__---_-_-________---___-_----_---_-_____-_--__---_-_-_-_----
__---_--_-_---___--__-_-___--__--__----_-_-____-__--_--_--____---_-_--___
__-_---_-_----_____--_-_---__-_--_-__-__-_-_--_---__---__--_____---_-____
-__-_-____-_-_-__-_--_---_-----_---__--____-_-___--_--_------__-____-____
____---______-_-___-__----_---_--__-__-___-----__--_____-___-----_---_---
_--____-----_--_-_-__----____-_-_-_--_--_-___--__-_--__----__-___--__-___
----___-___________-__-___--__-_---__--_-_---_---_____-----_---_-_--_-_--
_-_-___-_--__---__-__-_-__-_---__-_---____------____-_--_______-_-----_--
____-___--_---___---_--_--_-_--______--_--_--___---_-_---_---__--__-___-_
_--__---_-_--_-_-____--__---_-_---_-__-__-__-__--_--_-__-__--_---_-___-__
__-_---__-_-_____--_-_-__--__---__-__--__-_-_--_-___-__-_-___------__----
__-_-___-_-----__--_-__-___-_____----_-_---__--_-_-____--___-_-_--__-----
_--__---_-_-__---_-_-_---_-_---_-_-_--_-__--_--_--_______-_--__-__--_____
_---_----_--_--__-_-__-__--_____-_--__--_--_--_----___-__--____--__-___-_
__-____--_--_------_-_----___-__---_-----_-____-_--_-___-_--___-__--_____
-_-_-_____-_--___-___-----_____------__-_--_-____---_-__-_-__----___-_---
-__---_--_-_-__---_____-_-_-_-___-__--_---___-__---_-_----____---__---___
_----___-_--__-___-_-___---_----_-__--___-__---__--_--___-_-_--__-_-_-_-_
___-__-___--_--___----__-_---_____-__---____-__----__-__----_-_-_-_-_----
_----______----___----__--___-__-_---_______--_---_--_---__-_-__-__--__--
____-_-_-_-_---_-_---_____--_---_--_-_-_--_-_-_---__-_--___-_____--_-_-_-
_---___-___--_-___--_--_----_---___-_-__--______-__-__--_-_-__--_--_--_--
--_-_______---____-___----__-__-_----__-_----_--__---_-__-----______-_-_-
----__-_-_--_-_----__---___-___--_--__-_--_-_-_-_____---_--____-__--_-___
---__--____-_---____--_-____-__--__---_-__----_-__-_-__-_-_-_-----____-_-
--_-_-_-_-_-_----__-----___--___-_-_____---__----_-__---_--___-__--______
--_-_-_____-__-__---____---_-__-___-___----___-----_---_-__-__--_--__--_-
__---_-_--_-_-__-___-___-__--_---___--__--_____----__---_____--_-----_-_-
__--____----_-_--_-_-___-_____--_--___--__---____-__-_---------_-__--__-_
----____-----_-_-__-_-__-____----____-______--___-_-__-_---_--_-_-----__-
--_-_---_-----_____--_-_-__-_--_-___---___----____-_--_-___-_---_-___-___
_-_--_-_--_-----__--_--___--_---____-____--_---__--____-____-----__-__-__
_-__----___--_-_-___-__--_----___-_____-_-_--__-_-_--_-__---___---_---_-_
_---__--__--_--__-_____-_------__-_--___--__-_-_-____----__---__-__--_-__
-__-_---__--_-_-_-___--___----_-___--___--__-----__--_--__--___-___--_-__
--_____-___-__-----____--__-__---_-_----_____------_-_-__-_-__-_----__-__
---_--___-__--_-__--_--__--____-----__-____-_-_-_--__--__-___-----___-_-_
_____-_---___-_--_--_--__-___-----_-____-_---____--_--__--_-__---_-___---
-____--__-___-_--__-----_-_-__-____---____-_--_-___-_-_-----_--_-__---__-
--__-___---_-_--__---__---_----_--_-___-__----_-_-_________-__--_-_--_-__
---__--__-__-_-___----__-__---_____-_-_---__----___--___--_-_----____--__
___--_-_-__--__-__-----__-_-__-_-_-_--__------_-____--_--__--_______----_
___--__--__---_-_-_______--__--_-___-_-_----_--_------_-___-____-_--_-_--
--_---_-__-_-__-_----__-_--_-----___-_-__-_-_-___-_____--____-----__-_-__
-____-___---___-_-___--_-______-___-_-_-_-_-_---_---__-_-_-_---_--------_
---_--__-_---___-----_-____-_--_-__----_-__--__---_--_____--_-_____-_-___
__--_-_-_-____--__-----_-____--_____-___--___-_--___---_-___-_-_---------
----___--__--__--_--_-___---_--__--__-_---_-__--_---_--___-____-__--_____
___--____---_----_--____----___-_-_----___--____---_---_-_-__-----_______
-_--_-_-_-___-_--_------__-__-_-_-_----_-_-____-_____--_--_-_---_-_-_____
-__-_---_-____-___---___-______-_-___---___-_-_-_-__--__--_-----__-------
_--_-_--__--_-_--_--_--__-__-__-__--__----___-----___-__-____-___--___---
_--------__-___-----_-__-_____--_-___--__--_---_____-__--_-_-_-----______
_-_---___---__--____-_--__--_-_-_---____-__----__--_-_--__-____-_-__---_-
_-__--__----_-__--______-__-____-_--___-_--_-___--___------_--__-_--_----
___-___-_-__---_--__--_------_--_-___---___-_____------_____-_--_--_-__-_
----___-_-_---__--__-____--___-_--_-___-_--_-_-___--------__--_-___-__-__
__--_--____---_---__--_-_--_-___----___--_--__-__--_-_-_-__-___-__--_-_-_
-_--_----___--__-__--_--_-__-_-___---_------_-_-__-_______---_--__--_____
-__-_-__-_____-__--___-_-_--_--___---_---_-____-_--___--_--___--_----_---
____---_-_---_-___--_____-_----___-_--_-_----_----__-_---__--_-______-_-_
-_-__--__-_--___-__---_-___-_--_--____-_---_-_-____-_------___-___-----__
--_--__--_-_---__-___-___--------___-______-____--___-__---_--_-_---__-_-
-____-___-__------__---_---____-__---_----____--___-__-_---__--_--___-_-_
__---__---_--__----_-__-__-_-_--_____-__-__---_-_--_--___-__--___-----___
---_-_-_-_--__--___-_-_-______-_--___-__-_-__---_-___--_--__--_---_--_-_-
__-______------_--_______--___-_-_--_--_-_-__-----__--_-__--__--__---__--
_____--_--_-_-_---_---__--__--___-_---______-----_--------_-___-____-____
_-__-_-_-_-__--__---______--_-_---___----___--__-__-___-_---_--__-__-----
_--___--_----_-_-_-___-____-___---_-___-_-_-_--_-_-_--__---_---__--_--___
_-__-_---___---_--____--_----_---_--_--_--____-_-_-____--_-_---_-___-____
---_-_--_-___--__--_-___-_-_________-__---__--_--___--_----__--__--__----
_----___------__---__-___-__--__--___________----_-----__---__---__-_-___
--__--_-________-_-_____---_-__-_-_-__-_-_-_-_--__--_-_--_---_---_-_--_--
-_-_-----__________----_--__---___--____-_--__-_----_----_-___----__-____
_____--______-_-__-__-_-_-_------_------_--_-____-_-_-__---__-___---__---
0010優しい名無しさん2017/11/28(火) 18:29:20.93
テスト
--_-___--_--______-_-_____-__-_-__---_-_-__--__--_---_-__-_---_-_-_---_--
__-_---__-_-_--____--_-_----_____---_--______-__---_-----___-__-_-_-_-_--
_-_--______---____--_--__-_---__-___-_--_---___-__--__--_-_-_-____-------
_--_-_-____----_--___-_-_-____-__-______----__-_---_-__----_-___----_--_-
-_-----_-_-_-__---_-_----_--____--__-___-_-_---___--_____-----_-__-______
-----_--___-__-_--_---_-_--_____--_-_--__--_-___--__-_-__-_-_--__--____-_
-_____--_--__-_--___-----__-_----__--__-__---_--____-_--_--_-__-____---__
-___----__--_--_______-_--___-__--_--_-----_--__-----_---____--__-_-_____
____--_-_---_--_---________-----_---_--__--_____--__--___--_-_--_----____
-_--__--__--_-__--_--_-_--_______-_-__--_--_--_-_--____---__-__--__----__
_____---__----___--_--_---__--_-__--__-__-____-_---_--_---___-_---_-_-___
-___--_-____--_-__-___--_---_______------_---__-_-__-_---_-___-___-_-----
_____--_--__--_---_-____---_--___--______-__-_--__---____-------___----_-
-__-----__-_-_-__-_--_-__-_--_--_-____-__-__--_-_-_--------______-__-__-_
_-_----_-_-_-__----_---___---_--__-------_-______________-__-__--__-_-_--
_-________--__-_---_--____---_--___-___-__-_--_--_-__---_-_----____------
_--__--__------_---_-__-_--____-____--_-_--__---___-----______-_-_-___--_
___-_---_-_--__----__-_-____-_--_-_---_-_---__-__-______--__--------_____
__--__--___------_--_-__-_---__--__----_-___--___--_--______-____----___-
-_--_--_--_____--_--__----__----__--__---__--__-_-_-_--_-______-_--____-_
_-__-----_-____-_-__----____-_-_-__-_-_--__-_---___---_--__--__----____-_
_-------_____-______--_--_---__--_----_---__-__--_-__-_---_-____-__--____
-__-__-_--_-_---_-_--___-_-___-_----_-_-----___-__--_--____-_--__-___--__
_---_----_--_-_-___---_-_--_____-___-_-----_-____-__-_---_---____--___-__
--_-_--_-___-_--_-_--___-__---_--__---_-_-_-_--_-_--__----___--_______-__
---_-_-__-_--____-_-_--_--_-_-____--_--____---_-_-____--___--___-----_-_-
--_----_--____-___-_-____-___--__-__-_____--_--___-_-_-__-_-_--_---------
-_-_-__--_--_-__-__---__--__---_--_---__-__-__--__-_--____-__---_--_-____
--____--_----_-_-_--_---___-_--__-___-____-_-_--_-----__-______--__---_-_
_-_-_-_-_-_-_-___-_-_-_---__---__-__-----_--____----____-_____-_----__-_-
___---_____-__---_--___----_-__---_--_-__--____-__-__---_--__-_--_-__--_-
-_-_--_--___-_--_-_-___---_---___-_-_--___-__--_-_-___-_----__--_-_-___-_
_--__--_____-_-___-_-__--_---_-__-_----_----____-_----_-_--_---__--______
_-____--___-_---___-_______-_____--___-_--__-_--_-__-_-----_---------_---
__--_-______-__--__--_------_-_-_-___---_-____-__-___-------____--_---__-
___--------_-_----___-___-___-_-___-----__--__--______----_-_--__-_-____-
__-___-_-_----_-_---___-_----_--_--_-_---__-____----__-__-_----____-_____
---___-_-_-_-____----__--__--____-_-__--_-_-_---_-_-_--_____---__-_--__--
-_--___-___---__-________-____--_--_-----__--_-__--_---__-_-----_-_--_-__
--_-___--_--_-_____--_-___--_-_--_-_-_-___---_-___--_-__-__----_-__-__---
--___-----___--__-----__-___-_-_______-__--_-___-__-_-__-_---_--_--__----
_-_-___--_-_---_-_--_-____---_____---___-__--__---_-_-_--____----__----__
--_---__-__---__-__--__-____---__--_--__-____-_____---_-_--__-_-_---_--_-
__--______-_-_-_-_-___--__------___---_-_-_---_----_-_-_--__--_-_--______
_-----_---__--__-_-_---_-_-_-_-_____-_--_--_-___-_-__-___--__-__-_--___--
-__-_-____-----_-___-___-______-__--_-___--__-_--_---_--_-_------__-_--_-
-______--__--_-__--__--__-__-__--_--_---____---__-_---__--_-_--____--_---
-_______----_-_---___----_--__-_-____-_----___-__-_----___--__-_-_--_--__
--_-_----_---_-_-__-_---_-____--____--___-__-__--______-___----__-_-_----
-__-----_-___--___---___-_-_----__---_-_-_-_-__--__---_____---_--___-____
_____-__--_____--__-____-_-_-__---_---_--___--__-_--__----_---__-_-----_-
_-__-__-__-_-_--__--__--__---_-_--__-_____----_-------_____--_-_-____-_--
0013優しい名無しさん2017/12/16(土) 20:31:51.21ID:lJw/GQeq